वीडियो गेमिंग के तेजी से बढ़ते बाजार को देखते हुए अब गेम बनाने वालों की मांग तेजी से बढ़ रही है। गेमिंग में रुचि रखने वाले युवा इसकी एडवांस तकनीक सीखकर गेम डेवलपर बन सकते हैं। गेम डेवलपर बनने के लिए टेक्निकल स्किल्स सीखना सबसे जरूरी है। खासकर आपको कोडिंग का ज्ञान होना चाहिए। प्रोग्रामिंग लैग्वेज की समझ होना चाहिए। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है क्रिएटिविटी क्योंकि यह पूरी फील्ड इनोवेशन और क्रिएटिविटी के भरोसे चलता है। गेमिंग में रुचि रखने वालों के लिए इस क्षेत्र में स्पेशलाइजेंशन करने के बाद विडियो गेम डेवलपर, गेम आर्टिस्ट, एनिमेटर, राइटर, आडियो इंजीनियर गेम प्रोड्युसर विडियो गेम डिजाइनर तथा गेम टेस्टर के रूप में भी नई अवसर मौजूद है। गेम डेवलमेंट के फील्ड में कंप्यूटर साइंस में बैचलर डिग्री करके या फिर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से संबंधित कोर्स करके करियर बनाया जा सकता है। देश के बहुत से संस्थान वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में बढ़ती मांग देखकर बीए इन गेम डिजाइन एवं डेवलपमेंट, डिप्लोमा इन गेम डिजाइन, सर्टिफिकेट इन गेमिंग, बीएफए इन गेम डिजाइन डिप्लोमा इन एनिमेशन एंड स्पेशल इंफेक्ट्स, गेम प्रोग्रामर तथा गेम डेवलमेंट से संबंधित कोर्स करा रहे है, जिन्हें 12वीं के बाद किया जा सकता है। देश के प्रमुख संस्थान निम्न है- आइआइटी, कानपुर, दिल्ली, मुंबई, एमिटी स्कूल ऑफ फिल्म एंड ड्रामा नोएडा।