मोदी सरकार का ट्रंप को करारा जवाब, अमेरिका-यूरोप की खुली पोल
4 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो 7 अगस्त से लागू होगा। इसपर भारत सरकार ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसे अनुचित और अविवेकपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में ट्रंप के फैसले की आलोचना करते हुए अमेरिका और यूरोप की दोहरी नीति को भी उजागर किया। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि किस तरह अमेरिका और यूरोपीय देश रूस से खाद, हेक्साफ्लोराइड और पैलेडियम जैसे उत्पाद अब भी खरीद रहे हैं, जबकि भारत को निशाना बनाया जा रहा है।
बयान में यह भी बताया गया कि जब यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ था, उस समय स्वयं अमेरिका ने भारत को रूस से तेल खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया था ताकि ग्लोबल एनर्जी मार्केट स्थिर बना रहे।
भारत ने स्पष्ट कहा है कि उसके लिए रूस से व्यापार कोई विकल्प नहीं बल्कि जरूरत है ताकि देश के आम नागरिकों को सस्ती और भरोसेमंद ऊर्जा मिल सके। जबकि पश्चिमी देश, जिन्हें इसकी कोई मजबूरी नहीं, फिर भी रूस से व्यापार कर रहे हैं। भारत ने अपनी रणनीतिक स्वायत्तता बनाए रखने की बात दोहराई है।