भारत ने डब्ल्यूटीओ में अमेरिका के खिलाफ शुल्क प्रस्ताव को बदला
भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में अमेरिका द्वारा इस्पात और एल्युमिनियम उत्पादों पर लगाए गए आयात शुल्क के जवाब में प्रतिशोधात्मक शुल्क लगाने के अपने पूर्व प्रस्ताव में संशोधन किया है। यह कदम अमेरिका द्वारा शुल्क दरों को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किए जाने के बाद उठाया गया है।
डब्ल्यूटीओ ने कहा, "12 मई को दी गई अपनी पूर्व अधिसूचना के अनुसार, भारत उत्पादों और शुल्क दरों को समायोजित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है। यह अनुरोध अमेरिका के शुल्क को 25% से 50% करने के जवाब में किया गया है।"
यह पत्र डब्ल्यूटीओ के सदस्य देशों को भारत के अनुरोध पर जारी किया गया। इसमें कहा गया कि अमेरिका के इन उपायों से भारत से संबंधित 7.6 अरब डॉलर के उत्पादों का आयात प्रभावित होगा और इस पर संभावित शुल्क संग्रह 3.82 अरब डॉलर होगा। भारत ने भी अमेरिका से आने वाले उत्पादों पर इसी अनुपात में शुल्क लगाने की योजना बनाई है।
पहले 12 मई को भारत द्वारा दिए गए पत्र में यह अनुमानित शुल्क संग्रह 1.91 अरब डॉलर बताया गया था। ज्ञात हो कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 2018 में इस्पात पर 25% और एल्युमिनियम पर 10% शुल्क लगाया था। भारत ने जवाबी कार्रवाई में 28 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाया था।
अब भारत ने अमेरिका द्वारा शुल्क बढ़ाने की पृष्ठभूमि में डब्ल्यूटीओ के नियमों के तहत अपने प्रस्ताव में बदलाव कर कड़ा रुख अपनाया है।