भारत-अमेरिका के बीच 'बड़ी' ट्रेड डील की उम्मीद: ट्रम्प बोले- अब भारत के साथ होने वाली है
27 जून को भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक 'बड़ी' ट्रेड डील होने वाली है। यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में हुए 'बिग ब्यूटीफुल बिल' इवेंट में कही। ट्रम्प ने बताया कि अमेरिका ने हाल ही में चीन के साथ व्यापार समझौता किया है और अब भारत के साथ भी ऐसा ही कुछ बड़ा होने वाला है।
2 अप्रैल को ट्रम्प ने दुनिया के करीब 100 देशों पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था, जिसमें भारत पर 26% टैरिफ लगा था। लेकिन 9 अप्रैल को इसे 90 दिनों के लिए टाल दिया गया, जिससे भारत जैसे देशों को डील पर फैसला लेने का समय मिल सके। ट्रम्प का कहना है कि उनकी टैरिफ नीति से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। भारत और अमेरिका इस डील का पहला चरण जुलाई 2025 तक पूरा करना चाहते हैं।
1. डोनाल्ड ट्रम्प बोले - हर कोई डील करना चाहता है
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, "हर कोई डील करना चाहता है और इसमें हिस्सा लेना चाहता है। कुछ महीने पहले मीडिया पूछ रही थी कि क्या आपके पास कोई दिलचस्प डील है? खैर, हमने कल ही चीन के साथ डील साइन की है। अब भारत के साथ भी एक बहुत बड़ी डील होने वाली है।"
ट्रम्प ने कहा, "हम हर किसी के साथ डील नहीं करने वाले। कुछ को हम बस एक चिट्ठी भेजेंगे जिसमें लिखा होगा- बहुत धन्यवाद, अब आपको 25, 35, 45% टैरिफ देना होगा।"
2. 2030 तक व्यापार को 500 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य
भारत-अमेरिका डील से जुड़े लोगों के अनुसार, बातचीत में मुख्य रूप से इंडस्ट्री और कृषि उत्पादों के लिए ज्यादा बाजार पहुंच, टैरिफ में कटौती और नॉन-टैरिफ बैरियर्स पर फोकस किया गया है।
अमेरिकी डेलिगेशन की अगुवाई US ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ऑफिस के अधिकारियों ने की, जबकि भारत की ओर से वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने नेतृत्व किया। इस डील का लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को 190 अरब डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।
3. पीयूष गोयल बोले - डील दोनों इकोनॉमी के लिए फायदेमंद
10 जून को बातचीत के बाद केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और अमेरिका एक निष्पक्ष और बराबरी वाला व्यापार समझौता करने की दिशा में हैं जो दोनों देशों को लाभ देगा।
उन्होंने कहा, "फरवरी 2025 में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की मुलाकात के बाद यह निर्णय लिया गया था कि दोनों देश एक संतुलित और लाभकारी व्यापार समझौते की दिशा में काम करेंगे।"
4. जयशंकर बोले - डील तभी फाइनल होगी जब दोनों के लिए फायदेमंद हो
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि कोई भी डील तभी फाइनल होगी जब वह दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो। उन्होंने ट्रम्प के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत 'नो टैरिफ' की पेशकश कर रहा है। जयशंकर ने कहा, "जब तक सब कुछ तय नहीं होता, तब तक कुछ भी तय नहीं है।"
5. कृषि सेक्टर में अमेरिका को ज्यादा एक्सेस नहीं देना चाहता भारत
भारत इस डील को लेकर सावधानी बरत रहा है। खासकर कृषि और ऑटोमोबाइल सेक्टर में ज्यादा बाजार एक्सेस देने से भारत हिचक रहा है, क्योंकि इससे घरेलू कारोबार प्रभावित हो सकते हैं।
खबर है कि अमेरिका ने मक्का और सोयाबीन जैसे कृषि उत्पादों पर टैरिफ में कटौती की मांग की है। भारत जेनेटिकली मॉडिफाइड फसलों को लेकर भी सतर्कता बरत रहा है और इन पर बाजार खोलने को लेकर सावधानी में है।