भारतीय महिला अंडर-19 क्रिकेट टीम ने लगातार दूसरी बार टी20 विश्व कप जीतने में सफलता प्राप्त की। उन्होंने मलेशिया में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 9 विकेट से हराया। इस शानदार जीत में 19 वर्षीय प्रतिभाशाली गेंदबाज परूनिका सिसोदिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने इस टूर्नामेंट में कुल 6 मैचों में शानदार गेंदबाजी करते हुए 10 विकेट हासिल किए, और सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाजों की सूची में चौथे स्थान पर रहीं। फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने दो अहम विकेट झटककर दक्षिण अफ्रीकी टीम की कमर तोड़ दी।
इस गौरवशाली जीत के बारे में परूनिका सिसोदिया और उनके पिता सुधीर सिसोदिया ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की। सुधीर सिसोदिया ने बताया कि परूनिका सिसोदिया का सफर आसान नहीं था। दो साल पहले डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें अंडर-19 विश्व कप टीम में जगह नहीं मिली थी, जिससे वह बेहद निराश हो गई थीं। परूनिका ने कहा, "दो साल पहले भारतीय अंडर-19 विश्व कप टीम में चयन न होने से मैं पूरी तरह टूट चुकी थी, लेकिन मेरे पापा ने मेरा हौसला बढ़ाया। उनका सपना था कि मैं भारतीय टीम की जर्सी पहनूं, और उसी सपने को पूरा करने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की।"
सुधीर सिसोदिया, जो मूल रूप से मेरठ के रहने वाले हैं, अपने परिवार को क्रिकेट की बेहतर सुविधाएं देने के लिए दिल्ली आ गए। पेशे से क्रिकेट कोच सुधीर यमुना स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करते हैं। उन्होंने ही अपनी बेटी को क्रिकेट के शुरुआती गुर सिखाए और उसकी प्रतिभा को निखारा। परूनिका सिसोदिया 2023 डब्ब्यूपीएल में भी गुजरात जायंट्स का हिस्सा रही हैं, जहां उन्हें 10 लाख के बेस प्राइज में टीम से जोड़ा गया था।