बीते वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.3% रहने का अनुमान: इक्रा
19 मई को रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अनुमान जताया कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.9% और पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.3% रहने की संभावना है।
यह अनुमान राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा फरवरी में जताए गए 6.5% जीडीपी वृद्धि के अनुमान से कम है।
बीते वित्त वर्ष की जून, सितंबर और दिसंबर तिमाही में वृद्धि दर क्रमशः 6.5%, 5.6% और 6.2% रही थी। एनएसओ के 6.5% के सालाना लक्ष्य को हासिल करने के लिए चौथी तिमाही में 7.6% वृद्धि जरूरी थी।
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने बताया कि चौथी तिमाही में निजी खपत और निवेश गतिविधि में असमानता रही। निवेश के मामले में शुल्क संबंधित अनिश्चितता इसकी मुख्य वजह थी।
हालांकि सेवा क्षेत्र के निर्यात में दहाई अंक की वृद्धि जारी रही, लेकिन वस्तु निर्यात में दिसंबर तिमाही की वृद्धि के बाद चौथी तिमाही में गिरावट आई।
इक्रा का मानना है कि जब तक पहली और तीसरी तिमाही के आंकड़ों में कोई बड़ा संशोधन नहीं होता, पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी वृद्धि दर 6.3% ही रह सकती है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में कम है।
एनएसओ 31 मई को चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के लिए अंतिम जीडीपी आंकड़े जारी करेगा।