इंदौर में बनेगी देश की पहली फ्यूचर-रेडी आईटी इंटीग्रेटेड सिटी
इंदौर, मध्य प्रदेश में तकनीक आधारित शहरी विकास को नई दिशा देने की तैयारी शुरू हो चुकी है। भोपाल में 3000 एकड़ में विकसित हो रही एआई-आईटी सिटी के बाद अब इंदौर को भी देश की पहली फ्यूचर-रेडी, आईटी इंटीग्रेटेड सिटी का दर्जा मिलने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 दिसंबर को प्रस्तावित जिला विकास समिति की बैठक में कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार इस हाई-टेक सिटी का निर्माण इंदौर सुपर कॉरिडोर पर प्रस्तावित है। यहां एक उन्नत इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जहाँ से शहर के विभिन्न क्षेत्रों का डेटा नियमित रूप से एकत्रित कर विश्लेषण किया जाएगा।
सीएम की बैठक में इंदौर मेट्रो, यातायात सुधार योजना, सीसीटीवी परियोजना, महिलाओं के लिए सुरक्षित शहर मिशन, स्टार्टअप पार्क, नए रिंग रोड और बायपास सहित कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर भी चर्चा होगी। साथ ही, शहर में पिछले दो वर्षों में चल रहे प्रोजेक्ट्स की समीक्षा और आगामी दो वर्षों की विकास योजना पर निर्णय लिया जाएगा।
इंदौर मेट्रो का अंडरग्राउंड सेक्शन
खजराना से बंगाली चौराहे के बीच मेट्रो का 3.5 किमी अंडरग्राउंड हिस्सा विकसित किया जाएगा, जिसके लिए लगभग 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मेट्रो प्रबंधन रिपोर्ट तैयार कर रविवार को मुख्यमंत्री के समक्ष पेश करेगा। बैठक में यह भी तय हो सकता है कि छोटा गणपति स्टेशन को योजना में रखा जाए या हटाया जाए।
इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन प्लान
करीब 9989 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजन प्लान का ड्राफ्ट तैयार होकर गजट प्रकाशन हेतु भेजा जा चुका है। इसमें इंदौर के साथ उज्जैन, धार, देवास और शाजापुर जिले तथा 1756 गांव शामिल किए गए हैं। मुख्यमंत्री इस प्लान पर भी विस्तृत चर्चा करेंगे।