केरल पहला राज्य बना जो रोबोटिक्स शिक्षा को अनिवार्य करता है
केरल ने शिक्षा क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य सरकार ने आगामी शैक्षणिक सत्र से कक्षा 10 के सभी 4.3 लाख छात्रों के लिए रोबोटिक्स शिक्षा को अनिवार्य कर दिया है, जिससे वह ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
18 मई को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कक्षा 10 की आईसीटी किताब में रोबोटिक्स को शामिल किया गया है। खास तौर पर पहले भाग के छठे अध्याय "रोबोट्स की दुनिया" में रोबोटिक्स की बुनियादी जानकारी दी गई है, जिससे छात्र मजेदार गतिविधियों के जरिए इसकी मूल बातें आसानी से समझ सकेंगे।
केआईटीई के सीईओ और आईसीटी पाठ्यपुस्तक समिति के अध्यक्ष अनवर सदाथ ने बताया कि इसमें सर्किट निर्माण, सेंसर और एक्चुएटर्स का उपयोग, तथा कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नियंत्रित करना शामिल है।
रोबोटिक्स और एआई के जरिए छात्रों को व्यावहारिक सीखने का मौका
आईसीटी किताब की पहली व्यावहारिक गतिविधि में छात्र एक हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर बनाएंगे, जो हाथ के आने पर स्वचालित रूप से काम करता है। इसके लिए उन्हें Arduino ब्रेडबोर्ड, IR सेंसर, सर्वो मोटर, और जम्पर तारों का उपयोग करना होगा।
इसके बाद, छात्र स्मार्ट होम ऑटोमेशन सिस्टम बनाना सीखेंगे, जिसमें फेस रिकग्निशन स्मार्ट दरवाजा भी शामिल होगा। वे PictoBlox सॉफ्टवेयर और उसके 'फेस डिटेक्शन' टूल का उपयोग करके लैपटॉप वेबकैम और Arduino किट के साथ प्रोग्रामिंग करेंगे।
यह पाठ्यक्रम छात्रों को नई तकनीकों के जरिए वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने की प्रशिक्षण देता है।
शिक्षक प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराना
केआईटीई ने पहले ही 9,924 शिक्षकों के लिए नई आईसीटी किताब पर प्रशिक्षण का पहला चरण आयोजित किया है। शिक्षकों के लिए रोबोटिक्स प्रशिक्षण जुलाई में आयोजित किया जाएगा।
केआईटीई अतिरिक्त रोबोटिक किटों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा और आवश्यक गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों को सहायता प्रदान करेगा। आईसीटी किताब मलयालम, अंग्रेजी, तमिल और कन्नड़ माध्यमों में उपलब्ध कराई जा रही है।