खंडवा में श्रीधूनीवाले दादाजी की बरसी पर 108 दीपकों से हुई महाआरती
श्रीधूनीवाले दादाजी में रविवार को छोटे दादाजी की बरसी पर उत्सवी वातावरण बना रहा। सुबह से ही समाधि दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर रात तक जारी रहा। रात करीब 8.30 बजे 108 दीपकों की महाआरती के दौरान पूरा मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से भर गया।
दादाजी के नाम के जयकारे लगाते हुए दूर-दूर से आए भक्तों की आस्था देखते ही बन रही थी। करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने समाधि पर शीश नवाए और श्रद्धा प्रकट की।
बरसी उत्सव पर दरबार की रौनक
फागुन कृष्ण पक्ष की पंचमी पर हरिहर भोले भगवान (छोटे दादाजी) के समाधिस्थ होने के बाद से इस दिन को बरसी उत्सव के रूप में मनाया जाता है। रविवार को इस अवसर पर दरबार की रौनक देखते ही बन रही थी। सुबह से शाम तक श्रद्धालु समाधि दर्शन के लिए आते रहे। दिनभर में 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बड़े दादाजी और छोटे दादाजी की समाधि पर मत्था टेका।
उत्सवी वातावरण के बीच कुछ श्रद्धालु धूनीमाई में हवन करते नजर आए, तो कुछ ढोलक और हारमोनियम पर दादाजी के संकीर्तन करते हुए दिखाई दिए। दूर-दूर से आने वाले भक्तों के लिए मंदिर ट्रस्ट और हरिहर भवन में भंडारा प्रसादी का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं को हर वर्ष की तरह केले के पत्तों पर भोजन प्रसादी परोसी गई।
हरसूद में भी विशेष आयोजन
हरसूद में भी छोटे दादाजी की बरसी पर विशेष आयोजन हुआ। यहां ग्रीन फील्ड स्कूल में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए और श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया गया।