माइक्रोसॉफ्ट ने एपल को पछाड़ा, बनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी
4 मई 2025 को माइक्रोसॉफ्ट ने तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एपल को मार्केट कैप के मामले में पीछे छोड़ दिया है। कंपनी ने एनवीडिया को भी पीछे छोड़ते हुए एक बार फिर से टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपनी बादशाहत साबित की है। माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 3.235 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जबकि एपल 3.07 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गई।
3 मई 2025 को यह नया रिकॉर्ड बना जब माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। द इनफॉर्मेशन न्यूजलेटर के अनुसार, बीते सप्ताह माइक्रोसॉफ्ट और एपल पहले और दूसरे स्थान पर थीं, वहीं एनवीडिया तीसरे स्थान पर रही जिसका मार्केट कैप 2.76 ट्रिलियन डॉलर था।
माइक्रोसॉफ्ट की इस शानदार बढ़त का श्रेय उसकी मजबूत क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रणनीति को जाता है। कंपनी ने मार्च तिमाही के लिए बेहतरीन वित्तीय नतीजे पेश किए, जो विश्लेषकों की उम्मीदों से बेहतर रहे। सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि क्लाउड और एआई की मांग लगातार बढ़ रही है। इस साल माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों ने एपल के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है।
वहीं, एपल को नए टैरिफ के दबाव का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते उसके शेयर की कीमत में 18% की गिरावट आई है। टैरिफ वॉर के चलते एपल को बड़ा नुकसान हुआ है, जिससे उसका मार्केट कैप भी प्रभावित हुआ है। सीईओ टिम कुक ने कहा कि अगर स्थिति नहीं सुधरी, तो इस तिमाही में कंपनी को 900 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है।
डाउ जोंस मार्केट डेटा के अनुसार, 2025 की शुरुआत में एपल के मार्केट वैल्यू में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। केवल टेस्ला ही इससे अधिक 29% गिरावट के साथ पीछे रही।