अब आसान नहीं होगी 10वीं, 12वीं की परीक्षा – MP बोर्ड 2026 से बदलेगा पैटर्न
अब मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) की 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा में अच्छे अंक लाना पहले से अधिक चुनौतीपूर्ण होगा। वर्ष 2026 से बोर्ड परीक्षा में प्रश्नपत्रों का पैटर्न बदलने जा रहा है। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अंतर्गत किया जा रहा है और सीबीएसई जैसी प्रणाली को अपनाया जा रहा है।
बदलाव की मुख्य बातें:
- 2026 से नया प्रश्नपत्र प्रारूप लागू होगा।
- कठिनाई स्तर 15% से बढ़ाकर 20% किया जाएगा।
- अब प्रश्न सिर्फ रटकर नहीं, बल्कि सोच, समझ और अनुप्रयोग पर आधारित होंगे।
क्यों किया जा रहा है बदलाव?
NCERT की एक रिपोर्ट में पाया गया कि एमपी बोर्ड की परीक्षाएं अन्य राज्यों की तुलना में आसान हैं, जिससे छात्रों को अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में दाखिला लेने में कठिनाई होती है। इसलिए माशिम अब अपनी परीक्षाओं का स्तर राष्ट्रीय मानकों के अनुसार ला रहा है।
प्रश्नपत्र का नया प्रारूप
- पुराना प्रारूप: 15% कठिन, 45% सामान्य, 40% सरल प्रश्न
- नया प्रारूप: 20% कठिन, 40% सामान्य, 40% सरल प्रश्न
- कठिन प्रश्न छात्रों की सोचने की क्षमता, समझ और रचनात्मकता की जांच करेंगे।
उदाहरण:
पहले प्रश्न होता था – “दूरी की परिभाषा लिखिए।” अब प्रश्न होगा – “अगर एक किलोमीटर पैदल तय करने में 10 मिनट लगते हैं, तो एक घंटे में कितनी दूरी तय होगी?” ऐसे प्रश्नों के उत्तर देने के लिए सोच और गणना दोनों की जरूरत होगी।
प्रश्न तैयार करने वालों का प्रशिक्षण
माशिम द्वारा अलग-अलग विषयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि वे नए पैटर्न पर प्रश्न बना सकें। वर्तमान में विज्ञान विषय के शिक्षकों का प्रशिक्षण चल रहा है। प्रश्नपत्र तैयार करने की प्रक्रिया दिसंबर 2025 तक पूरी हो जाएगी।
बोर्ड परीक्षा की तारीख
माशिम की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 7 फरवरी 2026 से शुरू होने की संभावना है।
लक्ष्य:
छात्रों की रटने की प्रवृत्ति को कम कर, उनमें सोचने और समझने की क्षमता का विकास करना। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।