मध्यप्रदेश में कैडर रिस्ट्रिक्शन और एआई का असर – हिंदी-अंग्रेजी जानने वालों के भत्ते और पुरस्कार बंद
तारीख: 23 सितंबर 2025
मध्यप्रदेश सरकार अब अफसरों से लेकर कर्मचारियों के संवर्गों में कैडर रिस्ट्रिक्शन (Cadre Restriction) लागू करने जा रही है। इसका उद्देश्य सिर्फ पदों की संख्या घटाना या बढ़ाना नहीं है, बल्कि कर्मचारियों की स्किल डेवलपमेंट पर भी जोर देना है।
इस नई व्यवस्था के अंतर्गत हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं के जानकार कर्मचारियों को मिलने वाले भत्ते और पुरस्कार बंद कर दिए गए हैं। यह निर्णय AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की सिफारिशों के आधार पर लिया गया है।
16 अधिकारियों को मिला IAS अवॉर्ड
राज्य प्रशासनिक सेवा के 16 अधिकारियों को IAS अवॉर्ड दिया गया है, जिससे मध्यप्रदेश कैडर में अधिकारियों की संख्या 375 से बढ़कर 391 हो गई है। 2023 और 2024 की रिक्तियों के लिए 8-8 अधिकारियों का चयन किया गया है।
इन 16 में से राकेश कुशरे और नंदा भलावे कुशरे पति-पत्नी हैं। साथ ही, पूर्व में विभागीय जांच का सामना कर चुके नारायण प्रसाद नामदेव और डॉ. कैलाश बुंदेला को भी आईएएस पद मिला है।
विभागीय जांच में क्लीनचिट के बाद आईएएस अवॉर्ड
दो वर्ष पूर्व इनकी पदोन्नति रोक दी गई थी। विभागीय जांच में क्लीनचिट मिलने के बाद अब इन्हें IAS अवॉर्ड दिया गया है। वहीं, जयेंद्र कुमार विजयवत, मनोज मालवीय, कमल नागर, द्वारका बर्मन, कमलेश पुरी और सरोधन सिंह को अधिक उम्र और अन्य कारणों से पदोन्नति नहीं मिल सकी।