प्रदेश में रोहिंग्या मुस्लिमों का सर्वे होगा
रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है। आरोप है कि ये लोग अवैध रूप से भारत में घुस आए हैं और विभिन्न राज्यों में फैल गए हैं। इनमें से कई पर भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकी संगठनों से जुड़े होने के आरोप लगे हैं।
मध्य प्रदेश में अब पुलिस और राज्य की खुफिया एजेंसियां मिलकर इन रोहिंग्या मुसलमानों का सर्वे करेंगी। यह सर्वे ग्वालियर, इंदौर, भोपाल, रतलाम, मंदसौर, खरगोन, जबलपुर और श्योपुर जैसे आठ प्रमुख जिलों में किया जाएगा।
इन जिलों को इसलिए संवेदनशील माना गया है क्योंकि यहां पहले भी प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्य और आईएसआई एजेंट पकड़े गए हैं। इन क्षेत्रों में प्रवासियों की संख्या अधिक है, इसलिए यहां विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने बांग्लादेश और म्यांमार से आए अवैध प्रवासियों को चिन्हित कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया को फिर से तेज कर दिया है।
इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्य प्रदेश सहित सभी राज्यों को पत्र जारी किया है। इसके बाद राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है।
21 मई को मध्य प्रदेश पुलिस के इंटेलिजेंस विभाग द्वारा सभी पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ एक वर्चुअल बैठक की गई। अब उन बस्तियों को चिह्नित किया जा रहा है जहां प्रवासियों की संख्या सबसे अधिक है।