कक्षा 8 की किताब में पढ़ेंगे मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता की कहानी
अब कक्षा 8 के छात्र एनसीईआरटी की नई अंग्रेजी की किताब में भारत के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा की बहादुरी और 1947 के बड़गाम युद्ध के बारे में पढ़ेंगे। यूनिट 2 "वैल्यू और बिहेवियर" में यह कहानी बच्चों को साहस, कर्तव्य और देशभक्ति जैसे मूल्यों से परिचित कराएगी।
एनसीईआरटी का कहना है कि इस कहानी को शामिल करने का उद्देश्य छात्रों में साहस, समर्पण और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करना है। हाल ही में लॉन्च की गई इस पुस्तक "पूर्वी" में वर्गीज़ कुरियन (श्वेत क्रांति के जनक) और भौतिक विज्ञानी बिभा चौधरी जैसी हस्तियों की प्रेरक कहानियां भी शामिल की गई हैं।
वीरता की एक कहानी
पुस्तक के 'शॉर्ट डिटेल्स' खंड में अध्याय का नाम है: “वीरता की एक कहानी: मेजर सोमनाथ शर्मा और बड़गाम का युद्ध”। यह पाठ दिखाता है कि कैसे निस्वार्थता और देशभक्ति एक गहरा और स्थायी प्रभाव छोड़ सकती है।
मेजर सोमनाथ शर्मा भारतीय सेना के अधिकारी थे, जिन्होंने 3 नवंबर 1947 को श्रीनगर की रक्षा करते हुए बड़गाम युद्ध में शहादत प्राप्त की। पाकिस्तान ने कश्मीर पर कब्जा करने के लिए ऑपरेशन गुलमर्ग शुरू किया था।
यह अध्याय सात पृष्ठों में फैला हुआ है और यह बताता है कि कैसे अगस्त में शुरू हुए इस युद्ध में 1,000 से अधिक पाक समर्थित हमलावरों ने कश्मीर में प्रवेश किया और मेजर शर्मा व उनके सैनिकों ने संख्या में कम होने के बावजूद अदम्य साहस दिखाया।
अध्याय कहता है, "मेजर शर्मा का जीवन और बलिदान कर्तव्य, सम्मान और देशभक्ति के सर्वोच्च आदर्शों का प्रतीक है। उनकी कहानी उन अनगिनत पुरुषों और महिलाओं के बलिदान की याद दिलाती है जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए।"
बच्चों की सोच को बढ़ाने के लिए टास्क
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCFSE 2023) के अनुसार यह नई पुस्तक पांच थीम आधारित इकाइयों में विभाजित है। इनमें कहानियां, कविताएं, संवाद और विवरणात्मक लेख शामिल हैं जिनका उद्देश्य बच्चों को साहस, सेवा, करुणा, जिज्ञासा और आलोचनात्मक सोच जैसे गुणों से प्रेरित करना है।
हर यूनिट में तीन साहित्यिक अंश होते हैं – एक कहानी, एक कविता और एक संवाद या गैर-काल्पनिक लेख। समझ बढ़ाने के लिए 'आइए चर्चा करें' नामक अनुभाग और प्रश्नों को भी जोड़ा गया है।