ऑपरेशन सिंदूर: 10 वर्षीय श्रवण सिंह, सबसे छोटे योद्धा को मिला सम्मान
28 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान फिरोजपुर के ममदोट कस्बे के सरहदी गांव तरावाली के 10 वर्षीय श्रवण सिंह ने ऐसा साहस दिखाया कि सभी लोग उसकी तारीफ करने लगे। इस छोटे से बालक ने भारतीय सेना के जवानों को दूध, पानी, लस्सी, चाय और बर्फ पहुंचाकर उनका मनोबल बढ़ाया।
उसके इस साहसिक कार्य के लिए 7 इन्फेंट्री के जीओसी मेजर जनरल रणजीत सिंह मनराल ने श्रवण सिंह को सम्मानित किया। श्रवण सिंह को एक यंग सिविल वॉरियर के रूप में जाना जा रहा है। ऑपरेशन के दौरान वह लगातार सेना के जवानों के पास जाता रहा और उन्हें हर संभव मदद देता रहा।
श्रवण के पिता सोना सिंह ने बताया कि उनकी जमीन पर सेना के जवान रुके हुए थे और उनका बेटा पहले दिन से ही जवानों को दूध, पानी, लस्सी और बर्फ पहुंचाता रहा। उन्होंने अपने बेटे को कभी रोका नहीं, क्योंकि उसके इस कार्य से उन्हें भी गर्व और खुशी होती थी।
श्रवण बड़ा होकर फौजी बनना चाहता है और देश की सेवा करना चाहता है। सेना ने उसकी सेवा भावना के लिए उसे एक गिफ्ट भी दिया और विशेष भोजन व आइसक्रीम भी खिलाई।