इन्हें मिलेगा लाभ

बढ़ई, लोहार, सुनार, राजमिस्त्री, नाई, धोबी, दर्जी, मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाले, मोची/जूता बनाने वाले कारीगर, खिलौना निर्माता, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता व अन्य।

लाभार्थियों को 15,000 रुपये का प्रोत्साहन- वित्त मंत्रालय के मुताबिक योजना में लाभार्थियों को 15 हजार रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। योजना में बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण दोनों के माध्यम से कौशल वृद्धि के लिए पांच प्रतिशत की रियायती दर से एक लाख रुपये (पहली किश्त) और दो लाख रुपये (दूसरी किश्त) का ऋऩ दिया जाएगा।