ट्रम्प के टैरिफ से अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ बढ़ाए जाने के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट आई है। एस&पी 500 इंडेक्स 2% तक गिर गया है। ट्रम्प ने 4 मार्च से दोनों देशों पर 25% टैरिफ लागू करने का ऐलान किया है, साथ ही फरवरी में चीन पर लगाए गए 10% टैरिफ को बढ़ाकर 20% कर दिया है।
इसके जवाब में कनाडा और चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाए हैं। कनाडा ने 155 अरब डॉलर के अमेरिकी आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसकी शुरुआत 30 अरब डॉलर के आयात से होगी। चीन 10 मार्च से अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 10% और 15% टैरिफ लगाएगा, जिनमें सोया, गेहूं, मक्का, कपास, पोर्क, बीफ, समुद्री खाद्य, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पाद शामिल हैं।
ट्रम्प के टैरिफ लगाने के कारण
ट्रम्प ने कहा कि यह टैरिफ कनाडा और मेक्सिको पर दबाव डालने के लिए लगाए जा रहे हैं ताकि वे फेंटेनाइल (ड्रग) तस्करी और अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई करें। कनाडा और मेक्सिको से तेल और बिजली के आयात पर 10% टैरिफ लगाया गया है, जो कुछ हद तक राहत देता है। अमेरिका कनाडा से रोजाना 46 लाख बैरल तेल और मेक्सिको से 5.63 लाख बैरल तेल आयात करता है।
कनाडा और चीन का जवाब
कनाडा ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाने का फैसला किया है, वहीं चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाया है। इस व्यापार विवाद ने अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध को और बढ़ा दिया है। चीन और कनाडा ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में यह कदम उठाया है ताकि अपने खुद के अर्थव्यवस्थाओं की रक्षा कर सकें।
अमेरिकी परिवारों और कंपनियों पर प्रभाव
पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स और येल यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी नागरिकों पर इन टैरिफ का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, और उन्हें सालाना $1,000 (लगभग 90,000 रुपये) अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। कंपनियां जैसे फोर्ड और वॉलमार्ट ने पहले ही चेतावनी दी है कि ये टैरिफ उनके कारोबार को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेंगे। अर्थशास्त्री ईश्वर प्रसाद का मानना है कि इन टैरिफ से अमेरिका में महंगाई बढ़ेगी और व्यापार प्रभावित होगा।
कनाडा और मेक्सिको के साथ अमेरिका का फ्री ट्रेड एग्रीमेंट
अमेरिका का कनाडा और मेक्सिको के साथ एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है, जिसके तहत इन देशों के बीच आयात-निर्यात पर कोई टैरिफ नहीं लगता। ट्रम्प ने अपने पिछले कार्यकाल में इस समझौते को फिर से लागू किया था। 2023 में इन तीनों देशों ने अमेरिका से 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का सामान खरीदा था। ट्रम्प के टैरिफ से विशेष रूप से ऑटोमोबाइल, कृषि और प्रौद्योगिकी क्षेत्र पर असर पड़ेगा और इन उत्पादों की कीमतों में वृद्धि होगी।