केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 18 सितंबर को बायोटक्नोलॉजी रिसर्च इनोवेशन एंड आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट यानी Bio-RIDE योजना को मंजूरी दी है। इस योजना को बायोटक्नोलॉजी में अत्याधुनिक रिसर्च और डेवलपमेंट को सपोर्ट करने के लिए शुरू किया गया है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने Bio-RIDE योजना में दो मौजूदा योजनाओं, बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और इंडस्ट्रियल एंड आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (I&ED) का विलय किया गया है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने Bio-RIDE योजना में दो मौजूदा योजनाओं, बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) और इंडस्ट्रियल एंड आंत्रप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (I&ED) का विलय किया गया है। वहीं, Bio-RIDE योजना में एक नया घटक बायो-मैन्युफैक्चरिंग और बायो-फाउंड्री को जोड़ा गया है। Bio-RIDE योजना 15वें वित्त आयोग की अवधि 2021-22 से 2025-26 तक जारी रहेगी। 2021-2025-26 से तक योजना का प्रस्तावित खर्च 9,197 करोड़ रुपये है। इस योजना का उद्देश्य बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में स्टार्टअप के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना और उसका पोषण करना है। इसके अलावा, धन उपलब्ध कराकर बायो-प्लास्टिक्स, सिंथेटिक बायोलॉजी, बायो-फार्मास्यूटिकल्स और बायो-एनर्जी जैसे उन्नत क्षेत्रों में इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देना है।