केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने 'श्वेत क्रांति-2.0' की शुरुआत की : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 19 सितंबर को 'श्वेत क्रांति-2.0' की शुरुआत की। इसे महिला किसानों को सशक्त बनाने और रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से एक व्यापक पहल माना जा रहा है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इसे महिला किसानों को सशक्त बनाने और रोजगार सृजन के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से बड़ी पहल बताया। कार्यक्रम में चार प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसमें महिला किसानों को सशक्त बनाना, स्थानीय दूध उत्पादन को बढ़ाना, डेयरी बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और डेयरी निर्यात को बढ़ावा देना शामिल है। यह कार्यक्रम नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में शुरू की गई तीन पहल में से एक है। साथ ही साथ केंद्रीय मंत्री ने डेयरी किसानों के लिए देशभर में RuPay किसान क्रेडिट कार्ड और डेयरी सहकारी समितियों में माइक्रो-एटीएम की भी शुरुआत की। एटीएम की तरह ही ये आपको बैंकों के कोर बैंकिंग सिस्टम से जोड़ते हैं, ताकि बैंक जाए बगैर बैकिंग लेनदेन किया जा सके। इसके अलावा, उन्होंने 67,930 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के कम्प्यूटरीकरण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी किया।माइक्रो-एटीएम वास्तव एक कार्ड स्वाइप मशीन (प्वाइंट ऑफ सेल्स) का संशोधित रूप है, जिसमें फिंगर प्रिंट स्कैनर भी लगा होता है। भारत में, 1970 में 'श्वेत क्रांति' की शुरुआत हुई थी। दुनिया के सबसे बड़े डेयरी विकास कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ. वर्गीज कुरियन ने किया। इस क्रांति को 'ऑपरेशन फ्लड' के नाम से भी जाना जाता है। इसने दूध की कमी झेल रहे भारत देश को, दुनिया में सबसे ज्यादा दुग्ध उत्पादन करने वाला देश बना दिया।