कम्प्यूटर, सूचना प्रौद्योगिकी तथा ई-कॉमर्स के वर्तमान युग में भी किसी भी विषय मेंं स्नातकोत्तर डिग्री की उपयोगिता बनी हुई है । उच्च अध्ययन और शोधकार्य के क्षेत्र में एम.ए. की डिग्री का विशेष महत्व बना हुआ है । आज भी कई नौकरियाँ स्नातकोत्तर डिग्री के बाद ही मिलती हैं । अर्थशास्त्र में एम.ए. करने के बाद भारतीय आर्थिक सेवा, सांख्यिकीय अधिकारी, रिसर्च ऑफिसर आदि प्रतिष्ठित पदों को प्राप्त किया जा सकता है । इसके अलावा अध्यापन के क्षेत्र में भी रोजगार के उजले अवसर उपलब्ध हैं ।