मानव मस्तिष्क की गतिविधियों को समझने, उनकी उलझनों को सुलझाने, मनोविकार को दूर करने में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट की अहम भूमिका होती है। मनोचिकित्सालयों के अलावा अब स्कूलों व अन्य संस्थानों में भी क्लिीनिकल साइकोलॉजिस्टों की नियुक्ति की जाने लगी है। आम आदमी को उसकी भावनात्मक उलझनों से निजात दिलाने में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट अहम भूमिका निभाते हैं। क्लीनिकल साइकोलॉजी का पाठ्यक्रम इन संस्थानों में उपलब्ध है- राष्ट्रीय मानसिक विकलांग संस्थान, लखनऊ। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी।