पॉलीमर साइंस केमिस्ट्री और मटीरियल साइंस का हिस्सा है। एरोस्पेस, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल और टेक्सटाइल इंडस्ट्री में पॉलीमर के बढ़ते उपयोग से पॉलीमर साइंस का महत्व भी बढ़ा है। फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के साथ बारहवीं कर चुके छात्र इसमें प्रवेश ले सकते हैं। दिल्ली-टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, दिल्ली तथा कलकत्ता यूनिवर्सिटी, कोलकाता से यह कोर्स किया जाना करियर की दृष्टि से उपयुक्त रहेगा।