फाइनेंशियल कंसल्टेंट वह व्यक्ति होता है, जो यह बताता है कि आप कहाँ निवेश करें, कितना निवेश करें और कब तक के लिए निवेश करें । फाइनेंशियल कंसल्टेंट की मार्केंट पर पूरी पकड़ होती है। वह यह बताता है कि आप अपना निवेश कहाँ करें जिससे आपका ज्यादा से ज्यादा फायदा हो, इसके लिए वह अपनी निश्चित फीस चार्ज करता है। फाइनेंशियल कंसल्टेंट बनने के लिए आपको शेयर मार्केट, कमोडिटी मार्केट और इंश्योरेंस मार्केट की पूरी जानकारी होनी चाहिए। विभिन्न फाइनेंशियल कंसल्टेंट इंस्टीट्यूट में इससे संबंधित शॉर्ट टर्म और डिप्लोमा कोर्स कराए जाते हैं, जिनकी अवधि 4 महीने से 2 साल तक की हो सकती है। इन कोर्सेज में डिप्लोमा इन स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, डिप्लोमा इन कमोडिटी मार्केट ट्रेडिंग, डिप्लोमा इन स्टॉक एनालिसिस, डिप्लोमा इन इंश्योरेंस एडवाइजर आदि प्रमुख हैं। जहाँ तक इस क्षेत्र में रोजगार की बात है तो भारत में विभिन्न फाइनेंस कंपनियाँ हैं, जिनमें ऐसे लोगों की बहुत माँग है। आज बड़ी-बड़ी कंपनियाँ फाइनेंस के क्षेत्र में उतर रही हैं। इस हिसाब से इस क्षेत्र में प्रोफेशनलों की काफी कमी है। फाइनेंशियल कंसल्टेंट का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- इंस्टीट्यूट ऑफ मार्केंटिंग एंड मैनेजमेंट स्टडीज नई दिल्ली। इंस्टीट्यूट ऑफ इंश्योरेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट, हैदराबाद। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, ग्वालियर।