बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एक मल्टी-डिसिप्लिनरी विषय है, जिसमें आधारभूत चिकित्सा ज्ञान के साथ शारीरिक संरचना का इस तरह अध्ययन किया जाता है, ताकि मानव शरीर के क्रियाकलापों की अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। शारीरिक समस्याओं का हल निकालना, दिमागी व्यवहार का आकलन करना, व्यक्तिगत क्षमता के हिसाब से जीवन परिणाम निकालना, शरीर को संतुलित करना, अपने काम को व्यवसाय के साथ जोडऩा आदि के अतिरिक्त शरीर के विभिन्न अंगों की सर्जरी जैसी जानकारियाँ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आती हैं। मेडिकल रिसर्च सेंटरों, दवा उत्पादक संस्थानों तथा अस्पतालों में मेडिकल इंजीनियरिंग के छात्रों को शोधकर्ता तथा सहायक चिकित्सक के रूप में काम करने के ढेरों अवसर उपलब्ध हैं। विदेशों में भी बायोमेडिकल इंजीनियरों के लिए काम के अवसरों की कोई कमी नहीं है। बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए गणित या जीवविज्ञान समूह से न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। आवेदक को संबंधित संस्थान की प्रवेश परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी होती है। बायोमेडिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- स्कूल ऑफ बायो साइंसेज एंड बायो इंजीनियरिंग, आई.आई.टी., पवई, मुंबई। आई.आई.टी., दिल्ली। एमिटी यूनिवर्सिटी।