चिकित्सा संबंधी जरूरतों के लिए इंजीनियरिंग के ज्ञान के इस्तेमाल की एक शाखा बायोमेडिकल इंजीनियरिंग है । बायोमेडिकल इंजीनियरिंग शाखा में बायोलॉजी एवं मेडिकल साइंस से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का समाधान और अनुसंधान करने का दायित्व होता है । कुछ बायोमेडिकल इंजीनियर मेडिकल साइंस की एम.डी. डिग्री लेकर मरीजों की देखभाल एवं क्लिनिकल रिसर्च का कार्य भी करते हैं । 12वीं में गणित विषय के साथ विज्ञान वाले छात्र बायोमेडिकल इंजीनियर बन सकते हैं । बायोमेडिकल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम हेतु आप निम्न संस्थानों से संपर्क कर सकते हैं- बिडला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा, राँची इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पवई, मुम्बई सेन्टर फॉर मेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज, बैंगलौर सेंटर फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, आई.आई.टी., दिल्ली