इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी (भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय) की स्थापना एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी के रूप में संसद के एक्ट के तहत 14 नवंबर, 2008 को की गई थी। यह अपने आप में ऐसी पहली यूनिवर्सिटी है, जो मेरीटाइम सेक्टर से जुड़ी शैक्षिक जरूरतों को पूरा करती है। इसके अंतर्गत मेरीटाइम सेक्टर से संबंधित डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएशन, डिप्लोमा एवं रिसर्च प्रोग्राम संचालित किए जाते हैं। इस यूनिवर्सिटी का मुख्यालय चेन्नई में स्थित है। इसके अन्य क्षेत्रीय कैंपस मुंबई, कोलकाता, कोचीन और विशाखापत्तनम में हैं। गौरतलब है कि इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी द्वारा जिन प्रमुख कोर्सों का संचालन किया जाता है, उसमें सबसे चर्चित कोर्स बीएससी इन नॉटिकल साइंस है। इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष है। इसका माध्यम अंग्रेजी है। इसमें दाखिला कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) के आधार पर होता है। इस कोर्स में प्रवेश हेतु इंट्रेंस टेस्ट का आयोजन इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी द्वारा ही किया जाता है। इसके लिए छात्र को किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड से फिजिक्स, कैमिस्ट्री तथा मैथ्स सहित 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। 12वीं पीसीएम में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक तथा 10वीं/12वीं में अंग्रेजी में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक आवश्यक हैं। कॉमन इंट्रेंस टेस्ट में सफल होने के पश्चात उक्त कोर्स में दाखिला मिलता है। इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी से संबद्ध संस्थानों द्वारा जो अन्य प्रमुख रोजगारोन्मुखी कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, वे इस प्रकार हैं- बीटेक इन मेरीन इंजीनियरिंग (चार वर्षीय)। बीटेक इन नेवल आर्किटेक्चर एंड ओसियन इंजीनियरिंग (चार वर्षीय)। बीएससी इन शिप रिपेयर एंड शिप बिल्डिंग (तीन वर्षीय)। एमबीए इन पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट (दो वर्षीय)। डिप्लोमा कोर्स इन नॉटिकल साइंस (एक वर्षीय)। पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मेरीन इंजीनियरिंग (एक वर्षीय)।