अमेरिका के किसी भी संस्थान से कोर्स करने के लिए कुछ खास तरह की परीक्षाओं को क्लियर करना होता है, जो ज्यादातर ऑनलाइन होती हैं। इन परीक्षाओं में हासिल किया गया आपका स्कोर ही इस बात को सुनिश्चित करता है कि आपको अमेरिका के किस संस्थान में प्रवेश दिया जाएगा। स्कॉलिस्टिक एप्टीट्यूटड टेस्ट अर्थात ‘सेट वन’ के नाम से मशहूर इस टेस्ट को अमेरिका स्थित कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट कोर्सों में एडमिशन के लिए आवश्यक माना जाता है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका में दो तरह की यूनिवर्सिटी आती हैं। पहली कैटेगिरी में वे यूनिवर्सिटी आती हैं, जिनके अंडरग्रेजुएट कोर्सों में एडमिशन के लिए सेट वन का स्कोर जरूरी होता है और दूसरी वे जो सेट वन के साथ सेट टू को भी जरूरी मानती हैं। सेट वन में क्रिटिकल रीडिंग, मैथेमेटिक्स तथा राइटिंग से संबंधित सेक्शन्स होते हैं। क्रिटिकल रीडिंग में रीडिंग कॉम्प्रीटेंश, सेेंटेंस कम्प्लीशन तथा पेरेग्राफ लेंथ क्रिटिकल रीडिंग से संबंधित प्रश्न होते हैं। मैथेमेटिक्स सेक्शन में एलजेब्रा, ज्योमेट्री तथा प्रोबेबिलिटी एवं डाटा एनेलिसिस से संबंधित प्रश्न होते हैं। राइटिंग सेक्शन में निबंध तथा मल्टीपल चॉइस प्रश्न खंड होता है। सेट टू में पाँच जनरल सब्जेक्ट एरिया होते हैं, जो इस प्रकार हैं-इंग्लिश,हिस्ट्री, मैथेमेटिक्स, साइंस तथा लैंग्वेज। सेट टू का उद्देश्य सम्बन्धित सब्जेक्ट के बारे में स्टूडेंट्स के ज्ञान को परखना होता है। सेट वन सामान्यत: 3 घंटे और 45 मिनट का होता है जबकि सेट टू एक घंटे का होता है। सैट परीक्षा वर्ष में सात बार आयोजित होती है। जो कि जनवरी, मार्च, मई, जून, अक्टूबर, नवंबर तथा दिसंबर में होती है।