इसके अंतर्गत पौधों का संवर्धन, बागवानी, बगीचों का निर्माण, ग्रीन हाउसों का रखरखाव शामिल है । भारत में मसालों, कॉफी, चाय बागानों में इसके लिए अच्छे अवसर उपलब्ध हैं । बीएससी (हार्टिकल्चर) का पाठ्यक्रम चार वर्षीय होता है, इसमें आगे एमएससी तथा पीएचडी भी की जा सकती है । इससे संबंधित संस्थान निम्नानुसार हैं- फेकल्टी ऑफ हार्टिकल्चर टीएनएयू कोयम्बटूर/ कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, दापोली/ कृषि महाविद्यालय, पुणे / कृषि विभाग, परभणी ।