आज रोजगार के जो नए क्षेत्र सामने आ रहे हैं उनमें टूरिजम क्षेत्र की भूमिका अहम और अग्रणी है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि आने वाले समय में टूरिजम देश में सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र बनने वाला है। देश के लिए बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की कमाई करने में टूरिजम इंडस्ट्री का खासा महत्व है। वल्र्ड ट्रेवल काउंसिल के आँकड़ों के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था में टूरिजम क्षेत्र की हिस्सेदारी 6 प्रतिशत के करीब है। इस समय करीब 2.5 करोड़ लोग किसी न किसी तरह से टूरिजम क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और अनुमान है कि आने वाले दस वर्षों में इस क्षेत्र में करीब तीन करोड़ नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इस प्रकार कहा जा सकता है कि टूरिजम के क्षेत्र में कॅरियर की बहुत उजली संभावनाएँ हैं। सामान्यत: ट्रेवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में तीन तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। जो डिग्री, मास्टर डिग्री तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रम हैं। इसके साथ ही कुछ संस्थान सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम भी कराते हैं। डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए बारहवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। जबकि मास्टर डिग्री के लिए स्नातक होना आवश्यक है। डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए भी स्नातक डिग्री आवश्यक है। इसके साथ ही टूरिज्म में आज सबसे ज्यादा लोकप्रिय इग्नू का पत्राचार कोर्स है। इसके माध्यम से उम्मीदवार घर बैठे ही आसानी से टूरिज्म के कोर्स कर सकते हैं। भारत सरकार ने देश के युवक-युवतियों के लिए कई बड़े शहरों में पर्यटन क्षेत्र में प्रशिक्षण देने के लिए पर्यटन प्रशिक्षण विभाग की शाखाएँ खोल रखी हैं। जहाँ से वे पर्यटक गाइड, कंडक्टर, बुकिंग अधिकारी, ट्रैवल एजेंसी, गेस्ट हाउस रिसेप्शनिस्ट, विमान परिचारिका, जहाज में सामान बुकिंग अधिकारी आदि पदों के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम कर सकते हंै। टूरिजम मैनेजमेंट का कोर्स कराने वाले प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान इस प्रकार हैं- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट, 9 न्यायमार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, तक्षशिला कैम्पस खंडवा रोड, इंदौर। इंदिरा गाँधी राष्टï्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केंद्र, तीसरी मंजिल, साँची कॉम्प्लेक्स, शिवाजी नगर, भोपाल। डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्म एवं होटल मैनेजमेंट, बरकतउल्ला, विश्वविद्यालय, भोपाल। आईपीएस एकेडमी, राजेन्द्रनगर, इंदौर। जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर। अवधेश प्रतापसिंह विश्वविद्यालय, रीवा। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर। टूरिजम मैनेजमेंट के क्षेत्र में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारें समय-समय पर रिक्त पदों हेतु वेकेन्सियाँ निकालती हैं। इस हेतु कोई निश्चित तिथि निर्धारित नहीं होती है। इस प्रकार की रिक्तियों की जानकारी समय-समय पर रोजगार समाचार तथा रोजगार और निर्माण में प्रकाशित की जाती हैं। इसलिए इनका नियमित अध्ययन किया जाना चाहिए।