नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) भारत का एक प्रमुख कमांडो संगठन है, जो आतंक निरोधी फोर्स के तौर पर जाना जाता है। दो दशक से भी ज्यादा पुरानी इस फोर्स ने कई अवसरों पर देश को अपनी सेवाएँ दी हैं। मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में एनएसजी कमांडो ने जिस बहादुरी का परिचय दिया, उससे पूरा विश्व अभिभूत है। एनएसजी प्रत्यक्ष रूप से कैडेट की भर्ती नहीं करती। केंद्रीय पुलिस संस्थान और भारतीय सेना जेसीओ, सब-इंस्पेक्टर का चयन करती है। उन्हें तीन वर्ष की प्रतिनियुक्ति पर एनएसजी में भेजा जाता है। उन्हें इस दौरान मनेसर में एनएसजी ट्रेनिंग सेंटर में तीन माह के ट्रेनिंग प्रोग्राम से गुजरना पड़ता है। एनएसजी कमांडो को भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में भी नाभिकीय, जैविक और रासायनिक युद्ध के मद्देनजर प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के उपरांत एनएसजी कमांडो को एनएसजी संगठन में शामिल कर लिया जाता है।