कुछ समय पहले तक फिटनेस सेंटर का प्रयोग केवल खिलाङ़ी एवं पहलवान ही किया करते थे, परंतु बदलते वक्त के साथ-साथ फिटनेस सेंटर और जिमनेशियम का विस्तार होता गया। अब इनका प्रयोग आम आदमी से लेकर सेलिब्रिटी तक करते हैं। यही कारण है कि इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ बन गई हैं। वर्तमान बहुत से लोग अपना पर्सनल फिटनेस ट्रेनर भी रखने लगे हैं तो कई कंपनियाँ अपने कार्यस्थल में स्वास्थ जागरूकता के लिए फिटनेस ट्रेनर नियुक्त करती हैं। इसके अतिरिक्त हेल्थ सेंटर, बड़े-बड़े होटल, क्रूज जहाज, टूरिस्ट रिसॉर्ट या फिर स्वतंत्र रूप से भी अपना फिटनेस टे्रनिंग सेंटर चलाया जा सकता है। एक फिटनेस ट्रेनर विभिन्न ट्रेनिंग सेंटर में पार्ट टाइम काम करके भी काफी धन कमा सकता है। एक फिटनेस ट्रेनर प्रशिक्षक के रूप में तरह-तरह की कसरत तो सिखाता ही है साथ ही साथ वह प्रेरक, कोच और संभवत: एक दोस्त के रूप में भी काम करता है। वह अपने प्रशिक्षणार्थियों को स्वास्थ्य, खान-पान, आवश्यकता हो तो जीवन शैली में बदलाव जैसे कई महत्वपूर्ण आधारभूत प्रशिक्षण देता है। फिटनेस ट्रेनर का पाठ्यक्रम कराने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन, शक्तिनगर, मेला रोड, ग्वालियर। एनएस साउथ सेंटर, यूनिवर्सिटी कैंपस, बंगलुरू। इंदिरा गाँधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंसेज, विकास पुरी, नई दिल्ली।