युवा वर्ग में विशेषत: युवतियों एवं महिलाओं में फैशन के प्रति जागरूकता बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। जहाँ एक तरफ रेडिमेड़ परिधानों की माँग बढ़ती जा रही है, वहीं सबसे अलग दिखने की प्रवृत्ति से विशिष्टï या चयनित वस्त्रों की भी माँग दिनों-दिन शहरों एवं अर्धशहरों में बढ़ती जा रही है। अत: यदि आप में सृजनात्मकता की प्रवृत्ति है और आप स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करना चाहती हैं तो आधुनिक समय में बुटीक की स्थापना एक अत्यंत लाभकारी व्यवसाय हो सकता है। बुटीक के लिए लगभग 300 वर्गफीट के कमरे अथवा दुकान या शोरूम की आवश्यकता होगी जहाँ आप विभिन्न साइज के रैक में कपड़े रख सकती हैं तथा साथ ही उसकी आंतरिक सजावट को भी अपने ढंग से सजाकर और आकर्षक बनाया जा सकता है। बुटिक में एक चेंजिग रूम भी होना चाहिए ताकि कस्टमर कपड़ों को पहनकर उनकी फिटिंग को चेक कर सकें। बुटीक में आकर्षण बढ़ाने के लिए वस्त्रों को विशेषत: सलवार सूट्स आदि को गोल स्टैण्ड में टांगा जाना ज्यादा लाभकारी हो सकता है। चूंकि बुटीक एक सामान्य रेडीमेड वस्त्रों की दुकान से भिन्न है अत: आप यह जरूर ध्यान रखें कि बुटीक में चुने हुए डिजाइनर वस्त्र ही हों तथा उनमें जितनी अधिक विविधता होगी उतना ही अच्छा आपका व्यवसाय चलेगा। विविधता लाने के लिए आप विभिन्न स्थानों से वस्त्रों का चयन कर सकती हैं जैसे मध्यप्रदेश में इस तरह की इकाई स्थापित करने के इच्छुक व्यक्ति इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल जैसे बड़े शहरों में थोक वस्त्र व्यवसाइयों से संपर्क कर चयनित डिजाइन वस्त्र ले सकते हैं। यदि आपकी रूचि पारम्परिक वस्त्रों में हो तो गुजरात, राजस्थान आदि राज्यों के वस्त्र भी मँगाए जा सकते हैं। यदि आप स्वयं भी सृजनात्मक हैं तो आप खुद भी वस्त्र डिजाइन कर सकती हैं इससे लाभ का मार्जिन बहुत बढ़ जाएगा। जैसे-जैसे आपके बुटिक का व्यवसाय बढ़े अन्य वस्त्र जैसे बच्चों के कपड़े आदि भी अपने बुटिक में रख सकती हैं। इस व्यवसाय की शुरूआत करने से पहले किसी बुटिक पर काम का प्रशिक्षण ले लिया जाए तो यह काफी अच्छा रहेगा।