बीटेक (बायोटेक्नोलॉजी) और बीफार्मा दोनों ही कोर्सेज की अपनी अलग-अलग उपयोगिता है और भविष्य संवारने के लिहाज से भी राहें विशिष्ट हैं। जहाँ बीटेक (बायोटेक्नोलॉजी) करने के बाद मेडिकल इंडस्ट्री, फार्मा कंपनियों, रिसर्च संगठनों और शैक्षिक संस्थानों में रोजगार के चमकीले अवसर उपलब्ध हैं, वहीं बीफार्मा के बाद फार्मास्युटिकल कम्पनियों में कैमिस्ट, क्लीनिकल रिसर्च आउटसोर्सिंग में बतौर रिसर्च असिस्टेंट, सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में फार्मासिस्ट के रूप में रोजगार के अवसर हैं। इसके अलावा सेल्स एंड मार्केटिंग डिपार्टमेंट, एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स तथा हेल्थ सेंटर्स में भी रोजगार के अवसर हैं। बी.फार्मा के बाद अपनी खुद की फार्मेसी की दुकान भी खोली जा सकती है। अत: दोनों ही कोर्सेस में रोजगार के अच्छे अवसर हंै। आप अपनी रुचि, योग्यता एवं क्षमता के अनुसार किसी भी कोर्स में प्रवेश लेकर अच्छा करियर बना सकते हैं।