योग को अभ्यास के जरिए सीखा जाता है। गुरु-शिष्य परंपरा के जरिए भी योग सीखकर कई लोग आज शिखर पर हैं। लेकिन योग्य एवं प्रशिक्षित शिक्षक बनने हेतु विधिवत प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के उपरांत योग में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम किया जा सकता है । योग में डिप्लोमा, बीएड, एमएड एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातक होती है। योग में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, तिरुपति, अमरावती विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर, उत्कल विश्वविद्यालय, पुरी आदि से संपर्क किया जा सकता है।