रेडियो जॉकी बनने के लिए सबसे पहले आपके व्यक्तित्व में कुछ खास गुणों का होना जरूरी है । इनमें बहिर्मुखी और वाचालता प्रमुख हैं । वाचालता से यहाँ मतलब है, घंटों तक श्रोताओं के साथ एकतरफा संवाद करना और उनका मनोरंजन करते रहना है । यह एक खास कला है, जिसमें माहिर हुए बिना एक सफल आर.जे. के तौर पर खुद को स्थापित करना बहुत कठिन है । इसके अलावा बेहतरीन आवाज और वॉइस मॉड्युलेशन इस प्रोफेशन के लिए जरूरी है । निजी क्षेत्र के कई संस्थानों में इससे संबंधित कई शॉर्ट टर्म कोर्स चलाए जाते हैं । इस तरह की शुुरुआती ट्रेनिंग के बाद विभिन्न आकाशवाणी केंद्रों और निजी क्षेत्र द्वारा संचालित एफएम रेडियो में ऑडिशन देकर आप आर.जे. की नौकरी पा सकते हैं ।