वॉयस आर्टिस्ट दरअसल वे लोग होते हैं, जो पर्दे पर दिख रहे किरदार को अपनी आवाज के जरिए जीवंत बनाते हैं । फिल्मों और टेलीविजन धारावाहिकों के अलावा रेडियो या टीवी विज्ञापनों, ऑडियो ड्रामा, विदेशी भाषाओं में डब की जाने वाली फिल्मों, वीडियो गेम, पपेट शो, एनिमेटेड फिल्में आदि में भी वॉयस आर्टिस्ट अपनी आवाज का कमाल दिखाते हैं । कई बार गानों में भी वॉयस आर्टिस्ट की आवाज इस्तेमाल की जाती है । एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारतीय एनिमेशन इंडस्ट्री में 2008 तक तीन लाख से भी ज्यादा पेशेवरों के लिए मौके होंगे । जाहिर है, ये आँकड़े वॉयस आर्टिस्ट बनने की इच्छा रखने वालों के हौसले बुलंद करने वाले हैं । वॉयस आर्टिस्ट बनने के लिए फॉर्मल ट्रेनिंग की बहुत ज्यादा जरूरत भी नहीं है । आवाज को अलग-अलग रूप में इस्तेमाल करने का अभ्यास जरूरी है । जहाँ तक ट्रेनिंग का प्रश्न है तो इसमें लेटेस्ट तकनीक का परिचय कराने के अलावा स्किल निखारने के गुण भी सिखाए जाते हैं । वॉयस आर्टिस्ट को लैंग्वेज की बेहतरीन जानकारी तो होनी ही चाहिए, साथ ही स्क्रीन पर किरदारों के हावभाव और उनके हिल रहे होठों से अपनी आवाज का तालमेल बिठाने की क्षमता भी होनी चाहिए । यह नियमित अभ्यास से ही संभव है । स्क्रिप्ट लिखने की क्षमता और विदेशी भाषाओं में दक्षता वॉयस आर्टिस्ट की मार्केट वैल्यू बढ़ाने के अतिरिक्त जरिए हैं । इस क्षेत्र में उन लोगों के लिए ज्यादा मौके हैं, जो कई तरह की आवाज निकाल सकते हैं । वर्तमान में कई कंपनियाँ वॉयस आर्टिस्टों का ऑनलाइन डाटाबैंक भी मेंटेन करती हैं । www.opuzzvoice.com,www.voiceacting.com जैसी कई वेबसाइटों पर भी वॉयस आर्टिस्ट खुद को एनरोल करा सकते हैं । इन वेबसाइटों के जरिए काम भी खोजा जा सकता है । कुछ नामी प्रोडक्शन हाउस और वॉयस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट इस प्रकार हैं- सीएबीए इनोवेटिब्स मल्टीमीडिया प्राइवेट लि., 6 स्कूल लेन, बंगाली मार्केट, बाराखंभा रोड, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली । यूटीवी सॉफ्टवेयर कम्यूनिकेशंस लि., पारिजात हाउस, 1074, डॉ. ई. मोसेस रोड, वर्ली, मुंबई-18 माया एकेडमी ऑफ एडवांस्ड सिनेमैटिक्स, कमला नगर, 26 अ/यूए,पहली मंजिल, बंगला रोड, कमला नगर, नई दिल्ली- 17