करियर निर्माण के लिए ऐसे क्षेत्र के चयन की आवश्यकता होती है, जिनकी माँग भविष्य में भी बनी रहे साथ ही साथ उस क्षेत्र में बेरोजगारों की भीड़ भी कम हो। ऐसा ही एक क्षेत्र है- साइबर लॉ। भारत में तकनीकी क्रांति, सूचना क्रांति, बीपीओ की धूम और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से संबंधित नियमों के सरलीकरण के बाद विदेशी कंपनियों का भारत में तांता-सा लग गया है। ऐसे में कॉर्पोरेट वकीलों और साइबर लॉ विशेषज्ञों की बहुत माँग है। इस दृष्टि से भी करियर निर्माण के लिए यह क्षेत्र काफी अच्छा साबित हो रहा है। साइबर लॉ से संबंधित कोर्स करने के बाद विभिन्न विश्वविद्यालयों, लॉ फर्म, अंतरराष्ट्रीय कंपनियों और सरकारी विभागों में साइबर रिसर्च के क्षेत्र में, सुरक्षा संबंधी कार्यों में लगी कंपनियों और केंद्रीय व राज्य पुलिस सेवा में, विभिन्न आपराधिक एवं धोखाधड़ी के मामलों में ग्राहकों को सलाह देने के लिए साइबर लॉ कन्सल्टेंट के रूप में, ई-कॉमर्स, तकनीकी हस्तांतरण आदि मामलों में, कांट्रेक्ट ड्राफ्टिंग में, साइबर-लीगल आर्डर क्षेत्र में, बैंक व आईटी कंपनियों में करियर के चमकीले अवसर विद्यमान हैं। साइबर लॉ से संबंधित विभिन्न पाठ्यक्रमों हेतु शैक्षणिक योग्यता बारहवीं से लेकर स्नातक है। साइबर लॉ से जुड़े प्रमुख रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम इन संस्थानों में उपलब्ध हैं- एशियन स्कूल ऑफ साइबर लॉ, पुणे । केएलई सोसायटी लॉ कॉलेज, बेंगलुरु। गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई।