इंदौर को मिला 1.10 करोड़ का पुरस्कार

पहली बार भोपाल में हुई इंटरनेशनल डे आफ क्लीन एयर फॉरर ब्ल्यू स्काइज कार्यक्रम में 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों की घोषणा हो गई। मध्यप्रदेश का इंदौर शहर फिर देश में नंबर वन बना है। इस बार इंदौर को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में प्रथम पुरस्कार मिला है। इधर, सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि इंदौर को तो नंबर-1 की आदत हो गई है। राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ कंवेंशन सेंटर में 7 सितंबर को हुए कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवहन मंत्री भूपेंद्र यादव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह शामिल थे। सीएम ने कहा कि जब भी कॉम्पिटिशन होता है इंदौर नंबर वन आ जाता है। लेकिन सिर्फ इंदौर की बात करूं तो ठीक नहीं होगा। इंदौर को भी बधाई आगरा, ठाणे, अमरावती, मुरादाबाद, कुंठूर समेत सभी शहरों को भी बधाई। चौहान ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि सभी प्रदेश अपने-अपने स्तर पर स्वच्छ प्रतिस्पर्धा करते हुए मानवता के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। मुझे प्रसन्नता है। इस अवसर पर इंदौर को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 में डेढ़ करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया गया। जिसे महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह ने लिया। इस कार्यक्रम में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 के आंकड़े जारी करते हुए 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों की घोषणा की गई। इसमें इंदौर पहले स्थान पर रहा। उत्तर प्रदेश का आगरा दूसरे स्थान पर और महाराष्ट्र का ठाणे तीसरे स्थान पर रहा।  

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2023 में इंदौर शहर 187 अंकों के साथ पहले स्थान पर आया है। इंदौर को पुरस्कार के रूप में डेढ़ करोड़ रुपए की राशि दी गई है। इसके अलावा भोपाल को भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर को भी जगह मिली है। भोपाल पांचवे स्थान पर है, जबकि 12वें नंबर पर जबलपुर है। वहीं ग्वालियर को 41 नंबर पर संतोष करना पड़ा है। वहीं तीन से 10 लाख तक की आबादी वाले शहर में सागर को 10वां स्थान मिला है। साथ ही ती लाख तक की आबादी वाले शहरों में देवास को छठवा स्थान प्राप्त हुआ है। लगातार 6 बार से स्वच्छता में देश में नंबर वन इंदौर के खाते में स्वच्छ हवा का भी खिताब जुड़ गया। सीएम ने इंदौर की सराहना करते हुए कहा कि अपने इंदौर को नम्‍बर 1 रहने की आदत हो गई है। मुझे कहते हुए प्रसन्‍नता है कि स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में इंदौर ने देश में अव्वल स्थान प्राप्त किया है।