भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अफसरों को कतर कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा

खाड़ी क्षेत्र के देश कतर के एक स्थानीय कोर्ट ने अगस्त 2022 में गिरफ्तार भारतीय  नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को 26 अक्टूबर 2023 को फांसी की सजा सुनाई है। भारत ने  इस फैसले को स्तब्धकारी बताते हुए कहा है कि सरकार सारे कानूनी विकल्पों पर विचार  कर रही है।

 

 कतर के समाचार पत्रों की रिपोर्ट के मुताबिक आठों भारतीयों पर  जासूसी के आरोप लगाए गए हैं।  भारतीय विदेश मंत्रालय इस बारे में बताया कि उक्त आठों लोगों के स्वजन के संपर्क में है।  सरकार शुरू से ही इस मुद्दे को काफी गंभीरता से ले रही है और उन्हें राजनयिक तौर पर  जो भी मदद संभव है, उसे देने की कोशिश जारी है।   भारतीय नौसेना के ये पूर्व अधिकारी अभी कतर सेना से जुड़ी कंपनी अल दहरा ग्लोबल  टेक्नोलॉजीस में काम कर रहे थे।

इसमें मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले पूर्णेंदु तिवारी  भी शामिल हैं. पूर्णेंदु भारतीय नौसेना में कमांडर रह चुके हैं. पूर्णेंदु वर्तमान में कतर में  नौसेना को प्रशिक्षण और अन्य सेवाएं देने वाली कंपनी के साथ काम कर रहे थे। इन्हें  2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रवासी भारतीय पुरस्कार से सम्मानित  किया था. कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार पूर्णंदु तिवारी भारतीय  नौसेना में कई बड़े जहाजों की कमान संभाल चुके हैं.